नगर में रजक सामाज सेवियों द्वारा शांति पूर्वक स्वच्छता के जनक राष्ट्र गाडगे जी जिन्होंने प्राचीन काल में नगर व गरामो में जाकर सफाई की ।व बदले में जो भी कुछ मिला उसे देश व समाज हित में लगाया ।स्वयम एक पात्र जिसे गाडग कहा जाता है उसमें गुजारा किया इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि के रूप में राम दास बाबा जी,रमाकान्त दिवाकर जी महेन्द्र फोजी बचचूलाल रजक उमेश वर्मा राजाराम मिश्री ओर समाज के सभी लोग उपस्थित रहे
कार्यक्रम का संचालन करते हुए रामनिवास रजक ने कहा कि समाज देश को सशक्त बनाने के लिए बच्चो को शिक्षित करने की आवश्यकता है क्यो कि शिक्षित युवा बिना पैसे बिना धन के सम्मान को प्राप्त कर सकता है ।आभार वीरेन्द्र वर्मा जी ने वयक्त किया साथ में गोलू रजक प्रदीप वरेठा भोलाराम पुरनिया रामदास नरवरिया रामकिशन रजक ब्रजेन्द्र रजक नारायण ठेकेदार